01 November 2016

आत्मनिरीक्षण (Story in hindi with moral)



➣ इस Post का Youtube Video देखने के लिए यहाँ click करें 

आत्मनिरीक्षण (Story in hindi with moral)

एक शिल्पी ने अत्यंत सुन्दर मूर्ति बनायी । काम पूरा होने पर उसने मूर्ति की ओर खूब सूक्ष्मता से निहारा और फिर रोने लगा । लोग इकठ्ठे हो गये । शिल्पकला को जाननेवाले लोगों ने शिल्पी से पूछा - " आपने इतनी बढ़िया मूर्ति बनायी है । उसे देख कर रो क्यों रहे हो ?"




शिल्पी ने कहा - "मैंने मूर्ति बनायीं । फिर ढूंढा कि इसमें क्या कमी रह गयी है , लेकिन मुझे इसमें कोई कमी नहीं दिख रही है । मुझे मेरी कोई कमी नहीं दिखती  तो क्या मेरा ज्ञान यहीं रुक जाएगा ? मैं इतना क्षुद्र हूँ कि मुझे अपनी कमी नहीं दिखती ?


अपनी कमी न दिखना यह मूर्खता है और कमी दिखने वाले की बात न मानना यह महामूर्खता है । आपको कोई दिखाए कि आप में गलती है तो आप उसको धन्यवाद दीजिये । वह आपके लिए सीखने सुधरने का विकास करने का द्वार खोल रहा है । अगर आप अपनी कमी स्वयं ढूंढ ले और उसे स्वीकार करले तो आप धन्यवाद के पात्र है ।





Moral :- अगर आप को अपनी कमी नहीं दिखती है तो उसे ढूंढिये , ढूंढने पर भी नहीं मिलती है तो शिल्पी की तरह रोइये , हमारी दृष्टि इतनी सीमित हो गयी है कि हमें अपनी कमी नहीं दिखती ?

जैसे दूसरों की कमी हमें जल्दी दिखती है और अपना सद्गुण जल्दी दीखता है । ऐसे ही हमें अपनी कमी दिखे और दूसरों के सद्गुण दिखे । हमें अपनी कमी के लिए निराश नहीं होना चाहिए । अगर हम सदा अपनी कमी निकालने के लिए प्रयत्नशील तो जरूर एक-न-एक दिन महान बन जायेंगे । 






Also read :-   अन्य प्रेरणादायक कहानियाँ पढने के लिए यहाँ क्लिक करें .... 



                      ..................................................................

loading...

 Note :-   This inspirational Story is not my original creation .


निवेदन :- कृपया अपने comments के माध्यम से जरुर बताएं की आपको  यह  Story  कैसी  लगी  ‌‍‌‍...... और यदि आपको यह  story  पसंद आयी  तो please इसे अपने friends के साथ जरुर share करे |


यदि  आपके  पास  हिंदी  में  कोई  good article,  poem,  inspirational story,  या  जानकारी  है , जो  आप  हमारे  साथ  share  करना  चाहते  है,  तो  कृपया हमसे contact करे ( Contact Us ) ,  पसंद  आने  पर   हम  उसे  आप  के  नाम  और  photo  के  साथ  यहाँ  publish  करेंगे , Thanks ! 
             



4 comments:

  1. बहुत ही उम्दा ..... बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति .... Thanks for sharing this!! :) :)

    ReplyDelete