17 April 2016

उधार की लालटेन ( Udhaar Ki Lalten )



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motivational poem on aim in hindi
    

 !! उधार की लालटेन !!



जापान में बहुत समय पहले ,बाँस और कागज की बनी लालटेन  , जिसकें भीतर मोमबत्ती होती थी, उपयोग की जाती थी | एक रात एक अंधा व्यक्ति अपने मित्र से मिलने गया | जब वह घर लौटने लगा तो उसके दोस्त ने उसे लालटेन दी ताकि उसे रस्ते में कोई परेशानी न हो |


“अन्धकार या प्रकाश मेरे लिए सब एक सामान है | मुझे लालटेन की कोई आवश्यकता नहीं” , अंधे व्यक्ति ने कहा |


मैं जानता हूँ कि रास्ता देखने के लिए तुम्हे लालटेन की आवश्यकता नहीं | उसके मित्र ने कहा , “यह इसलिए है , जिससे कि दूसरे राहगीर को तुम आसानी से नजर आ सको और तुमसे टकराने से बच सकें | तुम इस के साथ आसानी से घर पहुँच सकोगे |"


अंधा व्यक्ति लालटेन लेकर घर की ओर चल दिया | अभी वह कुछ ही दूर गया ही था कि एक व्यक्ति आकर उससे टकराया | देखो तो तुम कहाँ आ रहो हो ? वह अजनबी पर चिल्लाया - "क्या तुम्हे यह लालटेन दिखाई नहीं देती ? 

अजनबी ने कहा - "भाई , तुम्हारी लालटेन की मोमबत्ती बुझ चुकी है |"



Moral :- जिस व्यक्ति के पास स्वनिर्धारित (खुद का निश्चित किया हुआ ) उद्देश्य (लक्ष्य) नहीं होता , उसे उधार में मिला लक्ष्य किसी मंजिल तक नहीं पहुँचा सकता है | 

"सर्वप्रथम अपना लक्ष्य निश्चित कीजिये |"





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