!! जो बीत गई सो बात गई !!
जीवन में एक सितारा था
माना वह बेहद प्यारा था
वो डूब गया तो डूब गया
अम्बर के आनन को देखो
कितने इसके तारे टूटे
कितने इस के प्यारे छूटे
जो छुट गए फिर कहाँ मिले
पर बोलो टूटे तारों पर
कब अंबर शोक मनाता है
जो बीत गई सो बात गई
जीवन में वह था एक कुसुम
थे उसपर नित्य निछावर तुम
वह सुख गया तो सुख गया
मधुवन की छाती को देखो
सुखी कितनी इसकी कलियाँ
मुरझाई कितनी बल्लरियाँ
जो मुरझाई फिर कहाँ खिली
पर बोलो सूखे फूलों पर
कब मधुवन शोर मचाता है
जो बीत गई सो बात गई
जीवन में मधु का प्याला था
तुमने तन-मन दे डाला था
वो टूट गया तो टूट गया
मदिरालय का आँगन देखो
कितने प्याले हिल जाते है
गिर मिटटी में मिल जाते है
जो गिरते है कब उठते है
पर बोलो टूटे प्यालों पर
कब मदिरालय पछताता है
जो बीत गई सो बात गई
मृदु मिटटी के बने हुए
मधु घट फूटा ही करते है
लघु जीवन लेकर आये है
प्याले टुटा ही करते है
फिर भी मदिरालय के अंदर
मधु के घट है मधु प्याले है
जो मादकता के मारे है
वो मधु लुटा ही करते है
वह कच्चा पीने वाला है
जिसकी ममता घाट प्यालों पर
जो सच्चे मधु से जला हुआ
कब रोता है चिल्लाता है
जो बीत गई सो बात गई ||
- हरिवंश रॉय बच्चन
यदि आपके पास हिंदी में कोई good article, poem, inspirational story, या जानकारी है , जो आप हमारे साथ share करना चाहते है, तो कृपया हमसे contact करे (Contact Us) , पसंद आने पर हम उसे आप के नाम और photo के साथ यहाँ publish करेंगे , Thanks !
Also read :- काँटों में राह बनाते है (Motivational Poem in Hindi)
...............................................................
loading...
Note :- This inspirational poem is not my original creation .
निवेदन :- कृपया अपने comments के माध्यम से जरुर बताएं की आपको यह Poem कैसा लगा और यदि आपको यह poem पसंद आया तो please इसे अपने friends के साथ जरुर share करे |
यदि आपके पास हिंदी में कोई good article, poem, inspirational story, या जानकारी है , जो आप हमारे साथ share करना चाहते है, तो कृपया हमसे contact करे (Contact Us) , पसंद आने पर हम उसे आप के नाम और photo के साथ यहाँ publish करेंगे , Thanks !
No comments:
Post a Comment