!! चल रे नौजवान चल !!
चल रे नौजवान चल , चल रे नौजवान चल ||
जातियों के काफिले ,
तुझसे पीछे जो चले ,
आगे वे गये निकल , चल रे नौजवान चल ,
खड़ग तेरे दायें हाथ ,
और विजय बायें हाथ ,
मुश्किलों को कर सरल , चल रे नौजवान चल ,
रास्ता उजाड़ है ,
नदी और पहाड़ है ,
उसमें चल संभल-संभल , चल रे नौजवान चल ,
बन प्रताप के समान ,
बैरियों को मार-मार ,
दे मचा उथल-पुथल , चल रे नौजवान चल ,
चाहे चली जाए जान ,
जाने पाए नहीं आन ,
अपनी बात से न टल , चल रे नौजवान चल ||
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अपनी बात से न टल , चल रे नौजवान चल |
ReplyDeleteबहुत अच्छी कविता है
http://hindishayariclub. com
धन्यवाद जी .....
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