➣इस Post का Youtube Video देखने के लिए यहाँ click करें ☺
!! अपने को पहचानो !!
तुमने वही काटा
जो बोया
फिर पछताना क्या ?
नया जीवन बसना क्या ?
तो उठो करो परिश्रम
चढ़ो सफलता की सीढ़ियाँ
पहचानो अपनी शक्ति को
हनुमान को जामवन्त ने
याद दिलाई थी जैसे
उनकी शक्तियाँ ,
ठीक वैसे ही
मैं भी बताता हूँ तुम्हें
आलस्य की जकड़ी है
जो बेरियां
उन्हें काट दो
उन्मुक्त हो कर करो प्रयास
सफलता तुम्हे करेगी शिरोधार्त ॥
Also Read :- तुम विजेता हो
हार नहीं होती
जिंदगी / Life
हिम्मत हो दिल में अगर
अन्य कवितायें पढने के लिए यहाँ क्लिक करे
हार नहीं होती
जिंदगी / Life
हिम्मत हो दिल में अगर
अन्य कवितायें पढने के लिए यहाँ क्लिक करे
............................................................
loading...
Note :- This inspirational poem is not my original creation .
निवेदन :- कृपया अपने comments के माध्यम से जरुर बताएं की आपको यह Poem कैसा लगा और यदि आपको यह poem पसंद आया तो please इसे अपने friends के साथ जरुर share करे |
यदि आपके पास हिंदी में कोई good article, poem, inspirational story, या जानकारी है , जो आप हमारे साथ share करना चाहते है, तो कृपया हमसे contact करे (Contact Us) , पसंद आने पर हम उसे आप के नाम और photo के साथ यहाँ publish करेंगे , Thanks !
No comments:
Post a Comment