14 March 2017

चल रे नौजवान चल (Hindi Poem on Youth Power)




➣ इस Post का Youtube Video देखने के लिए यहाँ Click करें 


चल रे नौजवान चल (Hindi Poem on Youth Power)

     !! चल रे नौजवान चल !!


चल रे नौजवान चल , चल रे  नौजवान  चल ||


जातियों के काफिले ,
तुझसे  पीछे  जो  चले ,
आगे वे गये निकल ,  चल  रे  नौजवान  चल ,


खड़ग तेरे दायें हाथ ,
और  विजय  बायें  हाथ ,
मुश्किलों को कर सरल , चल रे नौजवान चल ,


रास्ता   उजाड़    है ,
नदी    और    पहाड़    है ,
उसमें चल संभल-संभल , चल रे नौजवान चल ,


बन प्रताप के समान ,
बैरियों   को   मार-मार ,
दे मचा उथल-पुथल ,  चल  रे  नौजवान  चल ,


चाहे चली जाए जान ,
जाने  पाए  नहीं  आन ,
अपनी बात से न टल , चल रे नौजवान चल ||





Also Read :-  अब जाग उठो कमर कसो (Best Inspirational Hindi Poem)
लक्ष्य न ओझल होने पाये (self motivation poem in hindi)
 बढ़ें चलें , बढ़े चलें , बढ़ें चलें (Short Inspirational Poem)
हिम्मत कभी न हारो (Motivational Poem Hindi Me)



                   ............................................................

loading...



Note :- This inspirational poem is not my original creation .


निवेदन :- कृपया अपने comments के माध्यम से जरुर बताएं की आपको  यह  Poem कैसा  लगा ‌‍‌‍और यदि आपको यह poem पसंद आया तो please इसे अपने friends के साथ जरुर share करे |


यदि  आपके  पास  हिंदी  में  कोई  good article,  poem,  inspirational story,  या  जानकारी  है जो  आप  हमारे  साथ  share  करना  चाहते  है,  तो  कृपया हमसे contact करे (Contact Us) ,  पसंद  आने  पर   हम  उसे  आप  के  नाम  और  photo  के  साथ  यहाँ  publish  करेंगे , Thanks ! 



2 comments:

  1. अपनी बात से न टल , चल रे नौजवान चल |
    बहुत अच्छी कविता है
    http://hindishayariclub. com

    ReplyDelete