26 February 2017

सारस की शिक्षा (Self-depend Story in Hindi)



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सारस की शिक्षा (Self-depend Story in Hindi)


!! सारस की शिक्षा !!


एक गाँव के पास एक खेत में सारस पक्षी का एक जोड़ा रहता था | वहीँ उनके अंडे थे | अंडे बढ़े और समय पर उनसे बच्चे निकले | लेकिन बच्चों के बड़े होकर उड़ने योग्य होने से पहले ही खेत की फसल पक गयी | सारस बड़ी चिंता में पड़ गए | किसान खेत काटने आवे इससे पहले ही बच्चों के साथ उसे वहाँ से चले जाना चाहिए पर बच्चे उड़ नहीं सकते थे | सारस ने बच्चों से कहा - "हमारे न रहने पर यदि कोई खेत के पास आवे तो उसकी बात सुनकर याद रखना |"

एक दिन जब सारस चारा लेकर शाम को बच्चों के पास लौटा तो बच्चों ने कहा - "अाज किसान आया था | वह खेत के चारों और घूमता रहा | एक दो स्थानों पर खड़े होकर देर तक खेत को घूरता था | वह कहता था कि खेत अब काटने योग्य हो गया | आज चलकर गाँव के लोगों से कह दूँगा कि वे मेरा खेत कटवा दे |"


सारस ने कहा - "तुमलोग डरो मत | खेत अभी नहीं कटेगा | खेत काटने में अभी देरी है |"


कई दिन पीछे जब एक दिन सारस शाम को बच्चों के पास आया तो बच्चे बहुत घबराये थे | वे कहने लगे - "अब हमलोगों को यह खेत झटपट छोड़ देना चाहिए | आज किसान फिर आया था | वह कहता था कि गाँव के लोग बड़े स्वार्थी है | वे मेरा खेत कटवाने का कोई प्रबंध नहीं करते | कल मैं अपने भाइयों को भेज कर खेत कटवा लूँगा |"


सारस बच्चों के पास निश्चिन्त होकर बैठा और बोला - "अभी तो खेत कटता नहीं | दो चार दिन में तुमलोग ठीक ठीक उड़ने लगोगे | अभी डरने की आवश्यकता नहीं है |"


कई दिन बीत गए | सारस के बच्चे उड़ने लगे और निर्भय हो गए थे | एक दिन शाम को सारस से वे कहने लगे | यह किसान हम लोगों को झूठ-मुठ का डराता है | इसका खेत तो कटेगा ही नहीं | वह आज भी आया था और कहता था कि मेरे भाई मेरी बात नहीं सुनते | सब बहाना बनाते है | मेरी फसल का अन्न सुखकर झर रहा है | कल सवेरे मैं आऊंगा और खेत काटूँगा |

सारस घबड़ाकर बोला चलो जल्दी करो अभी अँधेरा नहीं हुआ है | दूसरे स्थान उड़ चलो | कल खेत अवश्य कट जाएगा | बच्चे बोले - "क्यों इस बार खेत कट जाएगा , यह कैसे ?"

सारस ने कहा - "किसान जब तक गाँववाले और भईयों के भरोसे था तो खेत के काटने की आशा नहीं थी | जो दूसरों के भरोसे कोई काम छोड़ता है , उसका काम नहीं होता | लेकिन जो स्वयं काम करने को तैयार होता है , उसका काम रुका नहीं रहता | किसान जब स्वयं कल खेत काटने वाला है तब खेत कटेगा ही |
अपने बच्चों के साथ सारस उसी समय वहां से उड़कर दूसरे स्थान पर चला गया |"


Moral :- दोस्तों , जो व्यक्ति अपना काम खुद न करके हमेशा दूसरों पर depend रहता है , उसका काम कभी भी सफल नहीं होता | इसलिए दोस्तों कभी भी अपना काम किसी और के भरोसे न छोरे और हाँ आपके काम को आपसे बेहतर कोई और नहीं कर सकता |




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Note:    This inspirational Story is not my original creation .


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1 comment:

  1. Kafi achchhi kahani hai .... Share karne ke liye dhanyawad!! :) :)

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